Wednesday, August 11, 2010

तेरे जाने से - २

दफ्तर से कितनी भी देर से लौटूं ...
कोई घूरती आँखों से ये नहीं पूछता की इतनी देर कहाँ लगा दी ..
Discovery * और Colors* में आजकल लडाई नहीं होती ...


टी वी का रिमोट पूरा मेरा ही है ..
वीकेंड पे दोस्तों के साथ कहीं भी घूमूं , और कितना भी . .
कभी कभार बीअर पी भी लूं तो कोई बात नहीं ..
लंच बॉक्स में खाना बच भी जाये तो क्या ..
रात को देर तक ऑरकुट , फेसबुक , ट्वीटर पे ऑनलाइन रहने की भी आज़ादी है ..
न हर सहर का वो झगड़ा , न हर शब की वो बे-चैनी ,
मै कितने चैन से घर में उदास रहता हूँ ..
*  TV Channels 
:Ashish Nigam

1 comment:

Anonymous said...

मै कितने चैन से घर में उदास रहता हूँ ..
kya baat hai dost ! dil utaar diya tumne to.... Yahi jindagi rah gyi hai kya hum logon ki ab !!
-sandeep.kunwar