न तू है , न तेरी आरज़ू न तेरा इंतज़ार है .
फिर भी तेरा ख्याल ही मेरा रोज़गार है . .
तुम किसी और के हो गए , मै भी अब कहाँ रहा अपना ,
टूटता सितारा देख के तुमको मांगने की आदत है कि जाती ही नहीं …
आदतें भी अजीब होती हैं
Ashish Nigam
फिर भी तेरा ख्याल ही मेरा रोज़गार है . .
तुम किसी और के हो गए , मै भी अब कहाँ रहा अपना ,
टूटता सितारा देख के तुमको मांगने की आदत है कि जाती ही नहीं …
आदतें भी अजीब होती हैं
Ashish Nigam
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