When I feel Myself
Sunday, July 19, 2015
उम्मीद
इसी उम्मीद में खेले जा रहा हूँ बाज़ी ज़िंदगी की , की बाज़ी खत्म होगी तो पत्ते फिर से बांटे जाएंगे
कब तलक नहीं आओगी मेरे हिस्से में . . #ANIGAM #त्रिवेणी
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